राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद अर्थात एससीईआरटी ने सरकारी स्कूलों के एक से आठवीं तक के कुल 85 किताबों में बदलाव का काम पूरा कर लिया है। अब इन किताबों की जल्द ही छपाई होगी।
इस बाबत एससीईआरटी ने बिहार टेक्सट बुक कॉपोरेशन को पत्र लिखा है। हर कक्षा में छात्रों की संख्या के अनुसार किताबों की छपाई होगी। इसके लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को पत्र लिख कर कक्षावार छात्रों की संख्या मांगी गई है। बता दें कि हाल के कुछ महीने के दौरान एससीईआरटी ने आठवीं तक की किताबों की समीक्षा की थी। इसमें सभी किताब मिलाकर चार हजार से अधिक त्रुटियां निकल कर आयीं। फिर विषय विशेषज्ञों से इसे सही करवाया गया है।
दूसरी तरफ किताबों में अक्षरों को स्पष्ट किया गया है, जिससे बच्चों को पढ़ने में आसानी होगी। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के अनुसार 12 साल बाद इन कक्षाओं की किताबों की फिर से छपाई करवाई जाएगी। इस बार कई तरह के बदलाव से स्कूलों में छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में काफी सहूलियत मिलेगी।
एक से आठवीं तक की सभी किताबों की अशुद्धियां और त्रुटि को सही कर दिया गया है। अब छपाई की जाएगी। इसकी सूची बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से मांगी गयी है। बच्चों की संख्या के अनुसार ही किताबों की छपाई की जाएगी।
किताबों में ये सब बातें नई मिलेंगी
इस बाबत एससीईआरटी ने बिहार टेक्सट बुक कॉपोरेशन को पत्र लिखा है। हर कक्षा में छात्रों की संख्या के अनुसार किताबों की छपाई होगी। इसके लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को पत्र लिख कर कक्षावार छात्रों की संख्या मांगी गई है। बता दें कि हाल के कुछ महीने के दौरान एससीईआरटी ने आठवीं तक की किताबों की समीक्षा की थी। इसमें सभी किताब मिलाकर चार हजार से अधिक त्रुटियां निकल कर आयीं। फिर विषय विशेषज्ञों से इसे सही करवाया गया है।
दूसरी तरफ किताबों में अक्षरों को स्पष्ट किया गया है, जिससे बच्चों को पढ़ने में आसानी होगी। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के अनुसार 12 साल बाद इन कक्षाओं की किताबों की फिर से छपाई करवाई जाएगी। इस बार कई तरह के बदलाव से स्कूलों में छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में काफी सहूलियत मिलेगी।
एक से आठवीं तक की सभी किताबों की अशुद्धियां और त्रुटि को सही कर दिया गया है। अब छपाई की जाएगी। इसकी सूची बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से मांगी गयी है। बच्चों की संख्या के अनुसार ही किताबों की छपाई की जाएगी।
किताबों में ये सब बातें नई मिलेंगी
- हर किताब का एक क्यूआर (त्वरित प्रतिक्रिया) कोड रहेगा
- इस बार हर अध्याय को क्यूआर कोड से जोड़ा गया है
- किताबें दीक्षा पोर्टल और बीईपी की वेबसाइट पर ऑनलाइन पढ़ी जा सकेगी
- गणित, अर्थशास्त्रत्त् जैसी किताबों में सांख्यिकी आंकड़ों को अपडेट किया गया है
- अध्याय के अनुसार अधिक फोटो, चित्र के माध्यम से समझाया गया है
- गृह मंत्रालय के अनुसार किताब में राष्ट्रीय गान डाला गया है
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