जिन छात्रों ने इंटर 2023 में पास किए है उन सभी छात्रों का Original Certificate (मूल प्रमाण पत्र) सभी जिले को भेज दिया गया है और जल्द ही आप सभी के स्कूल /कॉलेज में मिलना सुरू हो जाएगा..!
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर वार्षिक परीक्षा व कंपार्टमेंडल सह विशेष परीक्षा 2023 में सफल विद्यार्थी का मूल प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। इसके लिए इंटर कॉलेज व उच्च विद्यालय के प्राचार्य व प्रधानाध्यापक डीईओ कार्यालय से मूल प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
मैट्रिक और इंटर सेंटअप परीक्षा में इस बार 66 हजार छात्र फेल हो गये। अब ये छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं होंगे।
बिहार बोर्ड ने इंटर प्रायोगिक परीक्षा का प्रवेश पत्र इन छात्रों के लिए जारी नहीं किया है। वहीं सैद्धांतिक परीक्षा का भी प्रवेश पत्र जारी नहीं होगा। बता दें कि बोर्ड ने पहले ही सभी डीईओ के माध्यम से सभी स्कूलों को इसकी सूचना दे दी थी। मैट्रिक-इंटर की सेंटअप परीक्षा में उपस्थित होना और उसमें पास करना जरूरी है। परीक्षा के बाद सभी स्कूलों से उपस्थित और उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की संख्या मांगी गई थी। इसमें लगभग 20 हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए।
मालूम हो कि सेंटअप परीक्षा में फेल विद्यार्थियों में हर जिले के विद्यार्थी शामिल हैं
उत्क्रमित स्कूलों के पांच हजार विद्यार्थी फेल
राज्यभर में पांच हजार उत्क्रमित स्कूल हैं। इन स्कूलों से लगभग दस हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें पांच हजार फेल हो गये। बता दें कि राज्य के 10543 स्कूलों के 13 लाख से अधिक छात्र इंटर परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। वहीं 16 लाख विद्यार्थी मैट्रिक परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। पटना के डीईओ अमित कुमार ने बताया कि इस बार पटना जिले से सेंटअप परीक्षा में सात हजार छात्र- छात्राएं फेल हो गये। अब ये छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। इसकी सूचना बिहार बोर्ड ने पहले ही दे दी थी।
कम अंक प्राप्त करने वालों के लिए विशेष कक्षा
शिक्षा विभाग के अनुसार जिन छात्रों को सेंटअप परीक्षा में कम अंक प्राप्त हुए हैं, उन्हें हर दिन विशेष कक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है। हर स्कूल में साढ़े तीन से पांच बजे तक विशेष कक्षाएं चल रही हैं। मालूम हो कि सेंटअप की परीक्षा में सबसे खराब रिजल्ट उत्क्रमित स्कूलों का रहा है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर वार्षिक परीक्षा व कंपार्टमेंडल सह विशेष परीक्षा 2023 में सफल विद्यार्थी का मूल प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। इसके लिए इंटर कॉलेज व उच्च विद्यालय के प्राचार्य व प्रधानाध्यापक डीईओ कार्यालय से मूल प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
- छात्र/छात्राओं, उनके अभिभावक, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचित किया जाता है कि इन्टरमीडिएट वार्षिक परीक्षा / कम्पार्टमेन्टल-सह-विशेष परीक्षा, 2023 (व्यावसायिक पाठ्यक्रम सहित) के उत्तीर्ण छात्र/छात्राओं का मूल प्रमाण पत्र जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में समिति द्वारा से दिनांक 26.12.2023 को भेज दिया गया है।
- मान्यता प्राप्त +2 विद्यालय / महाविद्यालय के प्रधान से अनुरोध है कि अपने शिक्षण संस्थान के छात्र/छात्राओं का वर्ष के सम्मिलित परीक्षार्थियों का मूल प्रमाण पत्र दिनांक 27.12.2023 को जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से स्वयं अथवा अपने विधिवत् प्राधिकृत प्रतिनिधि के के म माध्यम से प्राप्त कर संबंधित छात्र/छात्राओं को अनिवार्य रूप से कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे और उसकी सूची अभिलेख स्वरूप अपने शिक्षण संस्थान में संधारित कर सुरक्षित रख लेगें।
- यदि भूलवश किसी दूसरे +2 विद्यालय / महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं का मूल प्रमाण पत्र दूसरे शिक्षण संस्थान को प्राप्त हो जाय, तो उसे तत्क्षण जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को वापस करेंगे, ताकि उसे संबंधित शिक्षण संस्थान के प्रधान को प्राप्त कराया जा सके
- जिला शिक्षा पदाधिकारी से अनुरोध है कि समिति द्वारा प्रतिनियुक्त विशेष दूत के माध्यम से भेजे गये कंडिका-01 में निर्दिष्ट वर्ष का मूल प्रमाण पत्र संबंधित +2 विद्यालय / महाविद्यालय के प्रधान अथवा उनके द्वारा विधिवत् प्राधिकृत प्रतिनिधि को हस्तगत् कराना सुनिश्चित करेंगे और प्राप्ति रसीद अपने पास संधारित कर सुरक्षित रख लेंगे। वर्तमान में जिन +2 विद्यालय / महाविद्यालय की मान्यता निलंबित / रद्द है, उन +2 विद्यालय / महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं का मूल प्रमाण पत्र निर्गत करने से पूर्व उनसे संबंधित साक्ष्य की वैधता की जाँच कर पूर्णरूप से संतुष्ट हो लेने के उपरान्त ही अपने स्तर से संबंधित छात्र/छात्राओं को प्राप्त कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
बिहार बोर्ड ने इंटर प्रायोगिक परीक्षा का प्रवेश पत्र इन छात्रों के लिए जारी नहीं किया है। वहीं सैद्धांतिक परीक्षा का भी प्रवेश पत्र जारी नहीं होगा। बता दें कि बोर्ड ने पहले ही सभी डीईओ के माध्यम से सभी स्कूलों को इसकी सूचना दे दी थी। मैट्रिक-इंटर की सेंटअप परीक्षा में उपस्थित होना और उसमें पास करना जरूरी है। परीक्षा के बाद सभी स्कूलों से उपस्थित और उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की संख्या मांगी गई थी। इसमें लगभग 20 हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए।
मालूम हो कि सेंटअप परीक्षा में फेल विद्यार्थियों में हर जिले के विद्यार्थी शामिल हैं
उत्क्रमित स्कूलों के पांच हजार विद्यार्थी फेल
राज्यभर में पांच हजार उत्क्रमित स्कूल हैं। इन स्कूलों से लगभग दस हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें पांच हजार फेल हो गये। बता दें कि राज्य के 10543 स्कूलों के 13 लाख से अधिक छात्र इंटर परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। वहीं 16 लाख विद्यार्थी मैट्रिक परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। पटना के डीईओ अमित कुमार ने बताया कि इस बार पटना जिले से सेंटअप परीक्षा में सात हजार छात्र- छात्राएं फेल हो गये। अब ये छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। इसकी सूचना बिहार बोर्ड ने पहले ही दे दी थी।
कम अंक प्राप्त करने वालों के लिए विशेष कक्षा
शिक्षा विभाग के अनुसार जिन छात्रों को सेंटअप परीक्षा में कम अंक प्राप्त हुए हैं, उन्हें हर दिन विशेष कक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है। हर स्कूल में साढ़े तीन से पांच बजे तक विशेष कक्षाएं चल रही हैं। मालूम हो कि सेंटअप की परीक्षा में सबसे खराब रिजल्ट उत्क्रमित स्कूलों का रहा है।
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